सस्य क्रियाएं:
जमीन तैयार करते समय गोबर की खाद अच्छी तरह मिट्टी में मिला दें।
विधि1 बीजाई के समय सुपर फास्फेट व पोटाश की सारी मात्रा व यूरयिा की आध्ी मात्रा खेतों में मिला लें । शेष यूरिया खाद को दो बार एक-एक महीने के अन्तराल पर डालें।
विधि 2 12ः32ः16 मिश्रित खाद व म्यूरेट आॅफ पोटाश की सारी मात्रा खेत तैयार करते समय डालें। यूरिया खाद को दो बार एक-एक महीने के अन्तराल पर आधी-2 मात्रा में डालें। गर्मियों में 5-6 दिन के अन्तराल पर तथा सर्दियों में 8-10 दिन के अन्तराल पर दो या तीन बार निराई-गुड़ाई करें और अंकुरण के 10-20 दिन बाद ज्यादा घने पौधें को निकाल कर पौधे में 5-10 सैं. मी. का अन्तर रखें।
फसल की कटाई:
मौसम एवम् किस्म के अनुसार पूरी अवध् िमें पालक 3-6 बार काटी जाती है। फसल बोआई के लगभग 30-40 दिनों में पहली कटाई के लिए तैयार हो जाती है । अगली कटाईयां 15-20 दिन के अन्तराल पर की जाती है।
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