लहसुन
लहसुन की फसल निचले, मध्य एवम् ऊंचे क्षेत्रों में सफलतापूर्वक उगाई जाती है। तथा किसान इस फसल से भी काफी लाभ कमाते हैं । यह एक महत्वपूर्ण मसाले की फसल है ।
उन्नत किस्में:
लार्ज सैग्मैन्टिड : प्रत्येक गांठ में 2-5 बड़ी फाँकंे, कम सुगान्ध्ति एवम् अध्कि उपज देने वाली किस्म । औसत उपज 190-250 क्ंिवटल प्रति हैक्टेयर है ।
सोलन सलैक्शन: फाँके छोटी तथा 12-15 फाँके प्रति गांठ । औसत उपज 150-190 किंवटल प्रति हैक्टेयर है ।
सलैक्शन-1: इसकी फांके सफेद मध्यम, एक जैसे आकार वाली व अन्य किस्मों से ज्यादा आकर्षक होती है। यह किस्म निचले व मध्यवर्ती क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है। औसत उपज 190-225 क्ंिवटल प्रति हैक्टेयर है ।
जी. एच. सी.-1: यह अन्य किस्मों से अध्कि पैदावार देने वाली तथा सुगन्ध् वाली किस्म है। इसकी फांके बड़े आकार की तथा छिलने में आसान होती है। औसत उपज 200-250 क्ंिवटल प्रति हैक्टेयर है ।
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निवेश सामग्री :
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बीज बीज (लहसून की फांके)किलो ग्राम) |
500-600 |
40-50 |
20-25 |
गोबर की खाद (क्विंटल ) |
200 |
20 |
10 |
विधि -1 |
यूरिया ( किलो ग्राम) |
250 |
20 |
10 |
सुपरफास्फेट ( किलो ग्राम ) |
475 |
40 |
20 |
म्यूरेट ऑफ़ पोटाश (किलो ग्राम) |
100 |
8 |
4 |
विधि- 2 |
12.32.16 मिश्रित खाद (किलो ग्राम ) |
234 |
19 |
9.5 |
म्यूरेट ऑफ़ पोटाश (किलो ग्राम) |
37.5 |
3 |
1.5 |
यूरिया ( किलो ग्राम) |
210 |
16.8 |
8.4 |
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बीजाई:
फांको या जवों को भूमि में लगभग 1.5-2 सैंटीमीटर की गहराई तक लगाना चाहिए जिससे कि फांक की शिखा भूमि में ढक जाएं।
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निचले क्षेत्र |
अक्तूबर-नवम्बर |
मध्य क्षेत्र |
सितम्बर-अक्तूबर |
ऊंचे क्षेत्रा |
अप्रैल |
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अन्तर:
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कतारों में |
20 सैं. मी. |
पौधें में |
10 सैं. मी. |
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सस्य क्रियाएं
प्याज की तरह
गांठो या कन्दों की खुदाई व उपजः लहसुन की पत्तिया जब सूख जाएं तब इसकी गांठ या कन्दों को निकाल लेना चाहिए। साधरणतयः क्षेत्रा एवं जलवायु के अनुसार 6-7 महीनों में इसकी गांठे पक कर तैयार हो जाती है। खुदाई करके इसके कन्दों या गांठो को 4-5 दिन तक छाया में सुखाएं।
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बीज उपज
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प्रति हेक्टर (क्विंटल ) |
प्रतिबीघा ( किलो ग्राम ) |
प्रतिकनाल( किलो ग्राम ) |
100-150 |
8-12 |
4-6 |
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