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जनवरी पहला पखवाड़ा
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पर्णपाती फलदार पौधें :
- गोबर व उर्वरक प्रयोग : यदि दिसम्बर के माह तक गोबर, फास्फोरस तथा पोटाश खाद डालने का काम पूरा न हो तो यह कार्य पूरा कर लें |
- कटाई – छंटाई : सभी शीतोष्ण फलों में कांट-छांट व सीधाई के कार्य के लिए यह उचित समय हैं| कांट-छांट के बड़े घावों पर चौबाटिया पेस्ट का लेप लगाएं| कांट-छांट के बाद बोर्डो मिश्रण या कॉपर फफूंदनाशक दवाई का छिडकाव करें|
- नर्सरी से पौधों को उखाड़ने व बेचने का कार्य आरम्भ करें|
- पौध रोपण :- इस समय सभी शीतोष्ण फलों के पौधों को तैयार किये व भरे हुए गडढों में रोपित करें|
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सदाबहार फलदार पौधें :-
- गोबर व उर्वरक प्रयोग :- आम, लीची, निम्बू प्रजातीय फलों के पौधों में खाद व गोबर डालने का कार्य पूरा करें|
- निम्बू प्रजातीय फलों के पौधों की पछेती किस्मो के फलों की तुड़ाई पूरी करें|
- छोटे पौधों को शीत पक्षाघात [पाले] से बचने के लिए घास से ढकें|
- बड़े पौधों को पाले से बचाने के लिए पाला पड़ने की सम्भावना में सिंचाई तथा धुआं करें|
- अमरुद के फलों को तोड़ कर मंडियों में भेजें |
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जनवरी दूसरा पखवाडा
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- कांट-छांट, सीधाई व खादो का उपयोग जहाँ बरफ न पड़ी हो और यह काम न हो सका हो तो पूरा कर लें|
- पौध-रोपण का काम पूरा कर लें|
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सदाबहार फल :-
- किन्नू के फलों की तुडाई पूरी करें|
- अमरुद की तुड़ान करतें रहें|
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