पशु चिकित्सा सेवा और पशु स्वास्थ्य देखभाल
प्रदेश में 3454 पशु चिकित्सा संस्थानों के माध्यम से प्रदेश के पशुपालकों को पशु चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा रही है | इन संस्थानों में 7 पॉलीक्लिनिक, 284 पशु चिकित्साल्य, 30 केन्द्रीय पशु औषधालय, 1762 पशु औषधालय तथा 6 पशु चिकित्सा चेकपोस्ट शामिल हैं | इन पशु चिकित्सा संस्थानों द्वारा निम्नलिखित सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं :-
1. पशु चिकित्सा संस्थानों द्वारा बीमार पशुओं का उपचार इन संस्थानों पर और पशुपालकों के घर द्वार पर किया जाता है |
2. संक्रामक रोग जैसे मुंह-खुर, गलघोटू, लंगड़ा बुखार इत्यादि के रोकथाम हेतु रोग निरोधी टीकाकरण किया जाता है |
3. पशुओं को बाह्य परजीवी तथा अन्तः परजीवियों से बचाव हेतु उनका कृमिनाशक स्नान करवाया जाता है तथा कृमिनाशक दवाइयाँ भी पिलाई जाती है |
4. प्रदेश में स्थापित दो रोग जाँच प्रयोगशालाएं किसी भी महामारी के कारणों के निदान हेतु तत्परता से कार्यवाही अमल में लाती हैं | ये प्रयोगशालाएं कमांद (मंडी) और शिमला में स्थित हैं | ये प्रयोगशालाएं रोगों की सही जाँच व निदान तथा आधुनिक वैज्ञानिक तरीकों से उपचार सुनिश्चित कर, पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान से बचाती हैं |
5. प्रदेश में विभिन्न रोगों पर निगरानी व महामारी को नियंत्रित करने हेतु शिमला में रोगव्यापिकी इकाई स्थापित की गई है |
निम्नलिखित सेवाएं अस्पतालों और औषधालयों द्वारा वर्ष 2016-17 में प्रदान की गई :-
क्रम
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ब्यौरा
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प्रगति
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1
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संक्रामक रोगों का उपचार
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2,713
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2
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गैर संक्रामक रोगों का उपचार
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26,77,113
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3
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बघियाकरण
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3,00,978
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4
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कृमिनाशक दवाई पिलाना
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24,51,006
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5
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कीटनाशक स्नान करवाना
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25,53,351
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6
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सींगरहित
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62,977
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7
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टीकाकरण
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72,21,355
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निम्नलिखित सेवाएं पॉलीक्लिनिक द्वारा वर्ष 2016-17 प्रदान की गई में:-
क्रम
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ब्यौरा
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प्रगति
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1
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प्रसूति शास्र से संबंधित मामले
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4,949
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2
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शल्य चिकित्सा से संबंधित मामले
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5,172
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3
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चिकित्सा से संबंधित मामले
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44,836
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4
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नमूने एकत्र करके परीक्षण किया
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8,016
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5
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पशु चिकित्सा शिविर लगाये
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329
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